प्रेम गीत
तेरे नयनों की भाषा ने,मुझको जीवन दान दिया ! सिसक-सिसक कर जीता था मैं,जीने का अरमान दिया !! मौसम अब
Read Moreवह हट्टा-कट्टा बॉडी बिल्डर-सा दिखने वाला आदमी चलती हुई बस में दो की सीट पर अकेला फैलकर ऐसे बैठा हुआ
Read Moreसद्य व्याहता मुझे छोड़कर, ओ मेरे मनमीत ! चले गये तुम रिपु से लड़ने, ओ मेरे मनमीत !! हाथों में
Read Moreबेटी तो कोमल कली ,बेटी तो तलवार ! बेटी सचमुच धैर्य है,बेटी तो अंगार !! बेटी है संवेदना,बेटी है आवेश
Read More“पापा आपसे कुछ नहीं बनता है ! दवा भी नहीं पी पा रहे हैं ! और चम्मच में भरी सारी
Read Moreदिल छोटे,पर मक़ां हैं बड़े, सारे भाई न्यारे ! अपने तक सारे हैं सीमित,नहीं परस्पर प्यारे !! दद्दा-अम्मां हो गये
Read More(1) ———- इधर माँ दिवस पर बच्चा दिन भर घर में माँ के नेह को तरसता रहा………… उधर दूसरी ओर समाजसेवी माँ का
Read Moreअंतर्मन में घुल गया, विष बनकर आघात ! सुबहें गहरी हो गयीं, घायल है हर रात !! धुंआ हो गयी
Read More” मेरे लिए एक अच्छा-सा लेडीज सूट दिखाओ ” लड़के ने दुकान में पहुंचकर कहा ! ” जी साब, दिखाता
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