महामानव अटल जी के प्रति
अटलबिहारी दिव्य थे, सचमुच ही थे ख़ास ! अद्भुत थे,दैदीप्य थे, ऊंचे ज्यों आकाश !! कर्मवीर,सचमुच अटल, था चोखा अंदाज़ ! हर दिल,हर
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Read Moreहिम्मत,ताक़त,शौर्य विहंसते,तीन रंग हर्षाये हैं ! सम्प्रभु हम,है राज हमारा,अंतर्मन मुस्काये हैं !! क़ुर्बानी ने नग़मे गाये, आज़ादी का वंदन
Read Moreअंतर्मन में घुल गया,विष बनकर आघात ! सुबहें गहरी हो गयीं,घायल है हर रात !! धुंआ हो गयी ज़िन्दगी,हुई ख़त्म
Read Moreबचपन की यादों को लेकर,रक्षाबंधन आया है ! कर पर धागा,मस्तक रोली,चंदन-वंदन लाया है !! प्रीति थिरकती,नेह बिखरता, दिल में
Read More” अरे निगार आज तो अपने एरिया में कहीं बिजली गिरी है न ?” नीलम ने कहा ! ” अरे
Read Moreहिम्मत,ताक़त,शौर्य विहंसते,तीन रंग हर्षाये हैं ! सम्प्रभु हम,है राज हमारा,अंतर्मन मुस्काये हैं !! क़ुर्बानी ने नग़मे गाये, आज़ादी का वंदन
Read More“यह श्यामा का बेटा महेश कितना संस्कारवान् है,कि अपनी मां की हर बात मानता है ! मां की कभी कोई
Read Moreधुंध हो गया सारा जीवन,कुछ भी नज़र नहीं आता ! आशाएं अब रोज़ सिसकतीं,कुछ भी नज़र नहीं आता !! बाहर
Read Moreमाता सच में धैर्य है,लिये त्याग का सार ! प्रेम-नेह का दीप ले, हर लेती अँधियार !! पीड़ा,ग़म में भी
Read More“तुम तो अपने पति की काबिलियत और उनके गुणों की तारीफ करते हुए नहीं थकती थीं,पर अब क्या हो गया
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