पिता
बिना बात गुस्सा दिखलाते कभी कभी खिलखिलाते हैं पिता बाहर से नाराज़ जतलाते अंतर्मन से आशीष बरसाते हैं पिता जीवन
Read Moreजब भी बात जिंदगी मे दोस्तो की आती है तो एक कहावत ज़रूर याद आ जाती है हर एक फ्रेंड
Read Moreवो जून की पहली बरसात, वो अंधेरी गहरी शाम, तन को भिगोने वाली बूंदे, नैनों में जागने वाले सपने सुनहरे,
Read Moreआज बैठी जब मैं फुर्सत में कुछ देर कर ली जिन्दगी से मुलाकात बहुत नाराज़ थी जिन्दगी शायद उदास थी
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