वर्णों से शब्दों का भ्रमजाल
वर्णों के भ्रमजाल से बने शब्द देख कलम संग दुनिया भटक ही जाती है तिलस्मी भरे ये वर्ण से बने
Read Moreवर्णों के भ्रमजाल से बने शब्द देख कलम संग दुनिया भटक ही जाती है तिलस्मी भरे ये वर्ण से बने
Read Moreअरे ! लोग कहते जख़्मी दिल जिसका वही तो दर्द-ए शायर/शायरा होता है।। ज़ख़्मी दिल रोए उसका ज़ार-ज़ार जब तब
Read Moreवक्त संग दर्द-ए कारवां मेरा गुज़रता जा रहा था दिल तेरे लौटने कि उम्मीद आज भी लगा रहा था।। जानती
Read Moreआज के कलयुगी दुनिया में न जाने किस-किस तरह कि घटनाएं नित सामने आती हैं , बलात्कार , चोरी ,
Read Moreमुस्कुराहट तेरी मुझे है भाती तेरी मुस्कुराहट पर वारी जाती एक मुस्कान के लिए तेरी मैं भिन्न-भिन्न तरीके से रास
Read Moreआप सभी तो रीना की उस जिंदगानी से वाकीफ़ ही होंगे जिसकी जिंदगानी के दु:खद पलों के किस्सों को आप
Read Moreना हो कभी किसी की भी मेरी तरह जिंदगानी ना हो कभी किसी की मेरी तरह आंखों में पानी ना
Read Moreनाजों से पली थी रीना अपने मां-बाप के आंगन में , उसमें उसके मां-बाप के संस्कार कूट-कूट के भरे थे
Read Moreबैचेन मन इतना दु:ख से भरा की लिखना भी चाहूं पीड़ा दिल की पर लिख ना पा रही थी ,दो
Read Moreदेश का एक बैंक का खाता ऐसा भी हो , ये विचार तब आया दिल में जब मैं समाज सेविका
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