मोटिवेशनल स्पीच (लघुकथा)
एक प्रतियोगी छात्र और उनकी माँ जो तलाकशुदा महिला थी, एक मोटिवेशनल स्पीच देनेवाले शख़्सियत के पास आये और उन
Read Moreएक प्रतियोगी छात्र और उनकी माँ जो तलाकशुदा महिला थी, एक मोटिवेशनल स्पीच देनेवाले शख़्सियत के पास आये और उन
Read Moreज्योत्सना उसे बेइन्तिहा चाहती है। उसका न अब पढ़ने में जी लगता है और न ही घर के किसी काम
Read More“मैं समय हूं ! आज का वर्तमान एक दिन अतीत बन जाता है और फिर इतिहास । इसलिए चाहो तो
Read Moreसरकारी सेवा निवृत अधिकारी रामलाल का बाई पास सर्जेरी होना था .पढ़े लिखे बेटे हिसाब लगा रहे थे .इलाज में
Read Moreसारे बच्चे आठ से तेरह वर्ष के थे। सभी उत्साह से काम कर रहे थे , फिर वे काम क्यों
Read Moreतेरे घर मिलने कभी आया नहीं और तूने भी मुझको बुलाया नहीं दिल की बात तूने दिल में ही रखी
Read Moreअम्मा प्रणाम। जब तक तुम मेरे साथ रही तब तक मुझे मदर्स डे की जानकारी नहीं थी। तुमने 2010 में देह
Read Moreगर्मी में आँगन में गिलहरी का बच्चा आगया।वो बहुत ही छोटा वापस अपने घर पर जाने में असमर्थ।आँगन में बिल्ली
Read Moreआज देश-दुनिया के सभी लोग कोरोना से बचाव की कोशिश में लगे हुए हैं. इसलिए ब्लॉग के कामेंट्स में भी
Read More