भय
रात आधी से अधिक बीत चुकी थी । अमर हॉरर कहानियाँ पढ़ते पढ़ते ही अपने कमरे में सो गया था
Read Moreआज भी मुझे उसका मासूम चेहरा याद है। उस का नाम चांदनी था। दो-तीन महीने पहले ही उसने हमारे घर
Read Moreआज सेठ रामदास की आंखों की कोरें भीगी हुई थीं। वह चाहकर भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहा
Read Moreरजुआ बीच जंगल में अपनी भेड़-बकरियों को टिटकारी देता हुआ चरा रहा था, कि तभी उसकी नजर सज्जन सिंह पर
Read More”तुम इतनी ऐक्टिव कैसे रह पाती हो?” तन्वी ने पूछा. ”समय की डोर थामकर चलना मैंने मां से सीखा है.”
Read Moreअभी कुछ दिन पहले फेसबिक पर एक मैसेज आया था- ”26 जनवरी, शाम 5.30 बजे दिल्ली विधान सभा में
Read Moreयह कैसा भाषण है? कानों में कभी राहुल गांधी की रुक-रुककर बोलती हुईअस्फुट-सी आवाज आ रही थी, तो कभी अखिलेश
Read Moreदेश के संविधान दिवस का उत्सव समाप्त कर एक नेता ने अपने घर के अंदर कदम रखा ही था कि
Read Moreअभी-अभी एक कमाल का समाचार पढ़ने को मिला- ”12 साल के बच्चे ने डिजाइन किया ऐसा जहाज जो करेगा समुद्र
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