अधूरी कहानी: अध्याय-5: मांस का टुकड़ा
बाहर एक काॅलोनी के प्लेग्राउंड में बच्चे खेल रहे थे तभी अचानक उनके बीच से तेज आवाज में सायरन बजते
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Read More“यह साहब तक पहुंचा देना देना” कर्नल की पत्नी ने सेना डाक सेवा के संदेशवाहक से कहा| “इस डिब्बे में
Read More‘अ’ पहली बार अपने दोस्त ‘ब’ के घर गया, वहां देखकर उसने कहा, “तुम्हारा घर कितना शानदार है – साफ
Read Moreकुलवंत से मिल कर ऐसा महसूस हो रहा था कि अब तक मैं अधूरा ही था और अब कोई मेरा
Read Moreचार अलग-अलग धर्मों के लोग अपने अपने धर्म गुरुओं से शिक्षा लेकर कई वर्षों पश्चात् पुनः एक स्थान पर आकर
Read Moreपिताजी के हृदयाघात से निधन होने से पूर्व उनके कहे हुए ये शब्द आज उसके जेहन में जैसे हथौड़े मार
Read More“ये विधर्मी गाय माता का माँस खा रहे हैं, तो हम क्या चुप बैठेंगे? जो हमारे लिये पूज्यनीय है उसकी
Read Moreहरबिलास और बहादुर की दोस्ती तो बचपन से ही गहरी थी लेकिन उनके विचारों में जमीन आसमान का अंतर था।
Read Moreवो चारों यूं तो अलग-अलग सम्प्रदायों से थे, लेकिन उन्हें सिखाया गया था कि उनका धर्म लोगों को मारना-काटना ही
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