कुंडलियां
देखा देखी क्यों करे, हो मन की ही बात। सोचे समझे फिर करे, करे न कोई घात।। करे न कोई
Read Moreज़िद की ताकत से,रूबरू कराने की कोशिश करनी चाहिए।यही प्रवृत्ति देती है,सम्भालकर जिंदगी को,आगे बढ़ानी चाहिए। उम्र की बाधाएं नहीं
Read Moreयही हकीकत है,हम कह सकते सत्य है,इसमें निर्ममता से निकली हुई आवाज है,पहल करने वाले कहते असत्य है। यही कारण
Read Moreइतना तू करना प्रभु,जब प्राण तन से निकलें,हर पल तेरा रूप हो,हर सांस पर तेरा नाम निकलें, सब मोह माया
Read Moreजान लेकर जाएगी,ये जनवरी की रात है।बच गए तो इतना ही मानो,किस्मत तुझपे मेहरबान है। इस कपकपाती ठंड में,आपकी बुरी
Read Moreरटती गिरिधर नाम की, माला सुधबुध भूल। गाथा निर्मल प्रेम की, भक्ति भाव के फूल। भक्ति भाव के फूल, थाट
Read Moreइन सुंदर प्रेम लफ्जों में पिरोदूं तुम्हें,“आनंद” संगीत सुमधुर गुनगुनाऊं,तुम्हारे चाहत की सच्ची प्रीत पिया,ये प्यारा बंधन खुशी से मैं
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