गज़ल
बंद खिड़कियां जेहन की खोलिये साहबखुली आँखों से उन्हें तोलिये साहब पहुंचे नहीं चोट उनको किसी तरह सेइसलिए शब्द सोचकर
Read Moreउनको तो हमसे प्यार है ये कल की बात हैकायम ये ऐतबार था ये कल की बात है जब से
Read Moreहमारी कमज़ोरी का फ़ायदा उठा,रोज गुस्सा मत दिखाया कीजिए । मुस्कुराहट आपकी खूबसूरत बड़ी,जब मनाएं मान जाया कीजिए । दाल
Read Moreरूप सुधा का पान करा दो प्रियतम,तृप्त हो तीर्थ बन जाएगा ये मन।1। रोम-रोम आह्लादित, उर प्रेम विकसित,चमकता दमकता, अलौकिक
Read Moreना जाने कैसा दौर चल रहा है जिंदगी का,नखरा बड़ा घनघोर चल रहा है जिंदगी का। चिकित्सा जाँच में बीमारी
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