गीतिका/ग़ज़ल

गीतिका/ग़ज़लपद्य साहित्य

गीतिका

व्यक्त करें आभार,ज़िंदगी में।मिले जीत या हार,ज़िंदगी में।। थोड़ी रखना लाज,ज़माने से,जब हों आँखें चार,जिंदगी में। करो कमाई खूब,बनाना मत,रिश्तों

Read More