आह निकल जाती
काग़ज़ों कि तह शब्दों से सिमट ना पाती हैघायल अफसानों से दुनिया को मिलाती है।। चाहूं खामोशी इख्तियार करूं मैं
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Read Moreऐसे कुछ अहसास होते हैं हर इंसान के जीवन में भले मुद्दत गुजर जाये , बे दिल के पास होते
Read Moreराजनीति का महासमर है !! जिसका चर्चा हर घर घर है!! पता नहीं किस करवट बैठे,, ऊंट, सभी को इसका
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