गीतिका/ग़ज़ल *मदन मोहन सक्सेना 15/07/202415/07/2024 ग़ज़ल दिल के पास है लेकिन निगाहों से जो ओझल हैख्बाबों में अक्सर वह हमारे पास आती है अपनों संग समय Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. मुश्ताक़ अहमद शाह 13/07/202413/07/2024 वो बरसात किस तरह भूलूँ तुम्हारी ज़ुल्फ़ों की हंसी शाम मैं किस तरह भूलूँपहली नज़र ही आपकी उफ़ मैं किस तरह भूलूँ शौक था के Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. डी एम मिश्र 12/07/202412/07/2024 ग़ज़ल बाज़ के डर से आसमां नहीं छोड़ा जातापार जाने का रास्ता कोई ढूंढा जाता हर समय आप बही ले के Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 11/07/202411/07/2024 ग़ज़ल हर खुशी को संभाल रखा हैफिक्र को कल पे टाल रखा है तेरी नज़रों की हैं करामातेंखाक मुझमें कमाल रखा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. डी एम मिश्र 11/07/202413/07/2024 ग़ज़ल नाम ईनाम की ख़्वाहिश न दिल में रखते हैंलेखनी का ज़रूर फ़र्ज़ अदा करते हैं ऐसा कहते हैं लोग मतलबी Read More
गीतिका/ग़ज़ल सुरेश मिश्र 11/07/202411/07/2024 ग़ज़ल कोई भी हाथ फेरे सिर पे तो बस यूं समझिएगाये उसके दिल के अंदर का छुपा कुछ प्यार होता है Read More
गीतिका/ग़ज़ल रमेश मनोहरा 11/07/202411/07/2024 ग़ज़ल उस ग़रीब की लाचारी लिखहर उसकी तू बीमारी लिख बैठा रहता दिन भर खालीउस आदमी की मक्कारी लिख दौड़ में Read More
गीतिका/ग़ज़ल अशोक दर्द 10/07/202411/07/2024 ग़ज़ल इसकी हकीकत आशिक से ही पूछो तुम।कांटों पर भी लेट के जो मुस्काता है।। जिल्लत तोहमत और रंजिशें दुनिया की Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 10/07/202410/07/2024 ग़ज़ल आज क्या पुरहसीन मौसम हैहुस्न भी इस तरह कि हमदम है एकदम-से बदल गया मौसमपर जिसे ग़म रहा उसे ग़म Read More
गीतिका/ग़ज़ल *हमीद कानपुरी 09/07/202409/07/2024 ग़ज़ल तब्दील हो गये सभी मंजर खड़े खड़ेबादल फटा फटाक जो सर पर खड़े खड़े कुछ और कर सका नहीं कायर Read More