जय जनतंत्र की
भारत के जनतंत्र की,गूंज रही जयकार। एक बार फिर से हुआ,मोदी का सिंगार ।। वह सच्चा सरदार है, जननायक,सरताज ।
Read Moreभारत के जनतंत्र की,गूंज रही जयकार। एक बार फिर से हुआ,मोदी का सिंगार ।। वह सच्चा सरदार है, जननायक,सरताज ।
Read Moreज्यों- ज्यों धूप चढ़ी अम्बर पर ,ढली रात भी बादल में । इक झटके में हवा जा छुपी, जाने किसके
Read Moreमाता सच में धैर्य है,लिये त्याग का सार ! प्रेम-नेह का दीप ले, हर लेती अँधियार !!पीड़ा,ग़म में भी रखे,अधरों
Read Moreदुनिया कैसी हो गई, कैसे हैं अब लोग! पूजा से सब दूर हैं, चाहें केवल भोग!! सेवक बनकर घूमते, पर
Read Moreनीलगगन उज्जवल, लगे शीतला लगे बयार। हंस वाहिनी का जनम, वहे बसंती धार। १ उपवन में कलियां, खिली भ्रमर मचाए
Read Moreहम सब मिलकर प्रेम से, करें वोट का दान। सब से अच्छा हैे यही,जमकर हो मतदान। — अब्दुल हमीद इदरीसी
Read Moreआज फीर से बहार छाई है आज फीर से यहाँ चमन लौटा है आज किसी के खुश्बू से पुरा गगन
Read More