तन्हा जीवन
तन्हाई में कभी चुपके से आनामन मष्तिष्क पे दस्तक दे जानादिल की हवेली का खोलुँ मैं द्बारमुस्कुरा कर समां जाना
Read Moreतन्हाई में कभी चुपके से आनामन मष्तिष्क पे दस्तक दे जानादिल की हवेली का खोलुँ मैं द्बारमुस्कुरा कर समां जाना
Read Moreविघ्नों का पर्वत भी उखड़े,संघर्षों का ग्लेशियर पिघले,हाथ-से-हाथ मिलकर चलना,सागर जीत के मोती उगले।किसी से प्रतिस्पर्धा क्यों करना,किसी को पीछे
Read Moreजनता से उसका रिश्ता खास है,वह सबको बरगलाने में उस्ताद है,भले आदत से लाचार है,पर बहुत ही जिम्मेदार है,जिम्मेदारी भरपूर
Read Moreसुनो शिक्षकोध्यान से सुनोबच्चों के पास जाने से पहलेफेफड़ों से निकाल फेकोंठहरा धुंआ और बासी हवाऔर बहा दो किसी नदी
Read Moreमासूमियत से जवाब देते हुए,उम्मीद थी कि कुछ सुकून मिलेगा यहां।तक़दीर बदलने में,कुछ हमदर्दी जताते हुए,कुछ सुकून मिलेगा यहां। बेदर्द
Read Moreहे प्रभु ! दया करोमन मेरा भटकाइसको सुधारो । जीवन निरर्थक लगताघोर अशांति छायीप्रभु तुम बिन सबसूना-सूना लगता । हे
Read Moreयही वजह है यहां,सब प्यार और प्रेम से भरी हुईहंसती मुस्कुराती जिंदगी में,उम्मीद करते हैं यहां। नजदिकियां बढ़ाने में,सब लोग
Read Moreनादान ह्दय बेचैन हुआ,बताओ कैसे हम बहलाएं ।।1। रोक रखा है कुछ तुमको,कैसे प्रेम उसे समझाए ।।2। ऋतु की तरह
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