आम की पौध: एक बाल गीत
मां मेरी इक विनती मान ले, आम की पौध तू मुझे मंगा दे, बगिया में इसको रोपूंगा, फलते देख खुश
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Read Moreप्यार-दुलार, संस्कार है देते, वो शिक्षक कहलाते हैं। अंत:शक्ति जगा, देते आकार, वो शिक्षक कहलाते हैं।। अज्ञानी मन को तपा-तपा,
Read Moreबात पते की सुन लो बच्चो जब भी खेलो मिलकर खेलो। जब भी बोलो हंसकर बोलो, बातों में मिसरी सी
Read Moreदिखें रात में नभ में तारे। जाते कहाँ दिवस में सारे।। टिम-टिम करके करते बातें। अच्छी लगती हैं तब रातें।।
Read Moreपाजामे का नव अवतार। प्लाजो आया तज सलवार।। नए रूप में बड़ा निराला। रंग – बिरंगा नीला काला।। नीचे –
Read Moreमेरे वतन की धूल को। मेरे वतन के फूल को।। मेरा नमन! मेरा नमन!! मेरा वतन ! अपना वतन!! हम
Read Moreसबसे न्यारा सबसे अच्छा ,प्यारा अपना देश, सब रहते है इस बगिया में जाकिर ,जॉन महेश । सुखविंदर भी रहते
Read Moreहम बच्चे फिर स्कूल चलेंगे। उम्मीदें नव झूल चलेंगे। मीत बनेंगे प्यारे-प्यारे, हस्ते- गाते रोज़ मिलेंगे । खेलेंगे हम खूब
Read Moreभाता मुझको मेरा गाँव। वहाँ पेड़ की शीतल छाँव।। शहरों से अच्छा है प्यारा। नदिया का है शांत किनारा।। जाने
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