बालगीत : वर्षा आई
अम्मा देखो वर्षा आई। रिमझिम रिमझिम बुँदियाँ लाई। हम नहाएँगे बाहर जाकर, सड़क खेत गलियों में आकर, दौड़
Read Moreअम्मा देखो वर्षा आई। रिमझिम रिमझिम बुँदियाँ लाई। हम नहाएँगे बाहर जाकर, सड़क खेत गलियों में आकर, दौड़
Read Moreगरमी अपने संग लाती लंबी छुट्टी हर साल छुट्टी आते हि याद आते नानी और ननिहाल बैठते हि छुक छुक
Read Moreगर्मी का मौसम है आया। आड़ू और खुमानी लाया।। आलूचा है या कहो बुखारा। काला-काला कितना प्यारा।। खट्टे-मीठे और रसीले।
Read Moreमेरी प्यारी नीली छतरी । वर्षा से हुई गीली छतरी । डंडी है इसकी जे आकार । तनती है तो
Read Moreमम्मी ! खुल गया मेरा स्कूल । पापा ! लेट मी गो टू स्कूल। खेलकूद धमा-चौकड़ी केन्सिल । कहाँ हैं
Read More5 जून ‘पर्यावरण दिवस’ के अवसर पर विशेष छोटी-सी कुदाल दिलवादे, मैं भी गड्ढा खोदूंगा, उसमें नीम का पेड़ लगाकर,
Read Moreजो शिव-शंकर को भाती है बेल वही तो कहलाती है तापमान जब बढ़ता जाता पारा ऊपर चढ़ता जाता अनल भास्कर
Read Moreरात हुई हम चले थे सोने। और मीठे सपनों में खोने। तभी कहीं से मच्छर आया। उसने हमको गीत सुनाया।
Read Moreआसमान में कितने तारे? गिन गिन भैया हम तो हारे। बादल में यूँ छुप जाते हैं। जैसे हमसे शरमाते हैं।
Read Moreऊँट को देखा , बैठे खामोश। जाकर बोला मनु खरगोश।। दादा जी ! जरा पानी पी ले। कर लो अपने
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