25.जनसंख्या-विस्तार की समस्या
(बाल काव्य सुमन संग्रह से) छोटी-सी धरती पर देखो, भीड़ लगी है लोगों की, खाना-कपड़ा-पानी-बिजली, घर को तरसते लोगों
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Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) ‘क ख ग घ’ ‘अ आ इ ई’, साक्षरता सिखलाती है, अक्षर लिखना-पढ़ना-गिनना, सिखा
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) हम सब भारतवासी मिलकर, जागेंगे और जगाएंगे, दो बूंदों की दवा पिलाकर, देश को
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) ‘ठहरो’ कहती बत्ती लाल, कर लो थोड़ा-सा आराम, पीली कहती ‘हो तैयार’ कर लो
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) माता मेरी सबसे प्यारी, सारे जग से है वह न्यारी, दुनिया में प्यारी मां जैसा,
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) नानी आई, नानी आई टॉफी-चॉकलेट-बिस्कुट लाई. बेसन के लड्डू और बर्फी, मक्खन-पेड़े और मलाई. सुंदर-सुंदर
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