बाल कहानी : कुणाल के चूजे
जैसे भी करके नन्हा कुणाल टेबल को सरकाते हुए दीवार तक ले गया। टेबल पर चढ़ा। गौरैये के घोंसले तक
Read Moreजैसे भी करके नन्हा कुणाल टेबल को सरकाते हुए दीवार तक ले गया। टेबल पर चढ़ा। गौरैये के घोंसले तक
Read Moreतितली-रानी,ऐ तितली-रानीतुम लगती कितनी प्यारी होरंग-बिरंगे पंख कोमल तुम्हारेतुम लगती, कितनी न्यारी हो। यहाँ-यहाँ दिन भर मंडरातीऔर फूलों से नेह
Read Moreमाँ मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। वाह! मैदान भी हरा–भरा है। एक मुर्गी का बच्चा चीनू उछलते हुए अपनी
Read Moreइस बार सावन महीने में खूब बारिश हुई। लगातार तेरह दिनों तक सूरज के दर्शन नसीब नहीं हुए। अत्यधिक बारिश
Read More1 सूरज का है अंश कहाता।जलकर है अँधियार मिटाता।मिट्टी से वह बना हुआ हैरखता बाती – तेल से नाता। 2
Read Moreगणपति बप्पा आओ जी।मोदक मीठे पाओ जी।। अक्षर ज्ञान हमें करवाना।बातें ज्ञान भरी सिखलाना।।इंतजार मिटवाओ जी।गणपति बप्पा आओ जी।। एक
Read Moreमां, मैं छोटा-सा दीपक बनूंगा, अंधकार को रोशन कर दूंगा।। आंधी-तूफान में जलता रहूंगा, हौसले से उजियार भरुंगा।। नील गगन
Read Moreडाल -डाल परफुदक-फुदक करचूं – चूं करती चिड़िया रानी । फर-फर पंख फैलातीचीं-चीं, चूं-चूं गातीचिड़िया रानी । दाना चुंगतीपानी पीतीचिड़िया
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