कहानी – मुखौटा
बहुत नाज था मनु को अपने बहु बेटे के उपर,बड़े गर्व से दोनों के बारे में बात किया करती थी।
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Read Moreराजीव करीब काम में फस कर दो साल से घर नहीं आ पा रहा था । सारी सुविधाओं के बीच
Read More(5) सज्जाद की रखैली मुर्गे की बांग के साथ सारिका की आँख खुली। उसने बिस्तर पर नजरे घुमाई सज्जाद वहां
Read More(4)सज्जाद की नवेली कहकशां ने सारिका को देखते ही मुस्कराकर उसे गुड मार्निग बोला और उसके लिए चाय ले आई।
Read More(3) सज्जाद की हवेली सारिका को अपने ख्यालो में भी ये उम्मीद नहीं थी कि स्यालकोट के पास महमूदाबाद कस्बे
Read Moreये फैमनिस्ट जो किसी सतायी गई औरत के लिए बाबुलंद आवाज़ उठाती है उनके लिए सोशल साईट पर तमाम क्रन्तिकारी
Read Moreसज्जाद की सहेली हालाँकि सज्जाद की पूछी गई पहेली के कोई मायने नहीं थे। न ही उसकी शर्त मानने को
Read More“धरा नहीं जो धारण कर ले… आसमान है पिता ,बरसता है नेह बनकर दूर से चुपचाप….” पिता होना माँ होने से
Read Moreसारिका का ब्याह हुए छः महीने हो गए ।भरा पूरा परिवार था, जिसमें सास ससुर, जेठ जेठानी और उनके बच्चे
Read Moreभाग – 1 (1)सज्जाद की पहेली ‘आप यहाँ… ?’सारिका ने उसे दूर से देख लिया था लेकिन पार्टी की गहमा
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