चाय दो अदरख वाली
अदरख वाली चाय से ,मन का मिटे विषाद ,बन्दर भालू जी कभी ,ना जाने ये स्वाद,ना जाने ये स्वाद,सदा उनको
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Read Moreआज दिखाई ना पड़ी, सुंदर गोरी नार। उर व्याकुल देखे बिना, नैना हैं लाचार।। नैना हैं लाचार, सुख-चैन हृदय न
Read Moreरचना रब की श्रेष्ठ है,मनुज धरा पर एक। स्वार्थ लिए नीचा हुआ,भूल परमार्थ नेक।। भूल परमार्थ नेक,दंभ में जीवन जीता।
Read More(1) जीना इक अरमान है,जीना इक पहचान जीने का सम्मान हो,जीने का यशगान जीने का यशगान,प्यार का प्याला पीना मानवता
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