पते सारे जिनके जलाने चले थे
भूले नही जो भुलाने चले थेपते सारे जिनके जलाने चले थेकई रातों से सोये अरमां नही हैंजिनको शब में सुलाने
Read Moreभूले नही जो भुलाने चले थेपते सारे जिनके जलाने चले थेकई रातों से सोये अरमां नही हैंजिनको शब में सुलाने
Read Moreजिंदगी को इन दिनो शरारत सूझी हैहर दिन हर लम्हें दर्द बेहिसाब दे रही है कभी जब भी फुरसत के
Read More