गीतिका/ग़ज़ल प्रियंका अग्निहोत्री 'गीत' 18/10/202418/10/2024 कब आओगे वो मानव क्या जिसमें ना हो कोई करुणाजो प्रेम रहित हो जिसमें केवल बसी घृणा एक सदी से रहे पिपासु Read More
गीतिका/ग़ज़ल सपना चन्द्रा 18/10/202418/10/2024 ग़ज़ल सफर में अचानक मिल जाए कोईसाथ चलने को कदम मिलाए कोईएक ही रहगुज़र की तलाश है मुझेमंजिल का पता अगर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *मदन मोहन सक्सेना 17/10/202417/10/2024 ग़ज़ल वक़्त की साजिश नहीं तो और किया बोले इसेपलकों में सजे सपने ,जब गिरकर चूर हो जाये अक्सर रोशनी में Read More
गीतिका/ग़ज़ल बृज राज किशोर "राहगीर" 17/10/202417/10/2024 ग़ज़ल हुस्न पर तो सभी ने कही है ग़ज़ल।बारहा इश्क़ ही ने कही है ग़ज़ल। दूधिया रोशनी में नहाया बदन,रात भर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *हमीद कानपुरी 16/10/202416/10/2024 ग़ज़ल नया बस नया सोचना चाहता हूँ।कोई काम करना बड़ा चाहता हूँ। बुराई से अब फासला चाहता हूँ।भलाई सभी की सदा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. मनोज श्रीवास्तव 15/10/202415/10/2024 अनमना है मन पूछता हूँ मैं स्वयं से क्यों अनमना है मनकैसे हावी हो गया हम पर ये अकेला पनखो गए जाने कहां Read More
गीतिका/ग़ज़ल *जयकृष्ण चाँडक 'जय' 15/10/202415/10/2024 ग़ज़ल चाह जिसकी थी वो मिला ही नहीं,हक कभी फैसला हुआ ही नहीं। नाखुदाओं से भर गई बस्ती,अब कहीं एक भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल गौरीशंकर वैश्य विनम्र 14/10/202414/10/2024 रातभर स्वप्न मधुरिम सताते रहे रातभर।सुप्त मन को जगाते रहे रातभर। न ही भूकंप था, न ही आँधी चलीपेड़ क्यों थरथराते Read More
गीतिका/ग़ज़लपद्य साहित्य डॉ. बिपिन पाण्डेय 12/10/202412/10/2024 ग़ज़ल चाहत का ऐसा नज़राना,सच कहता हूँ ठीक नहीं।रोज़ गली में आना जाना,सच कहता हूँ ठीक नहीं। इश्क-ए-अंदाज़ समझती है,वैसे ये Read More
गीतिका/ग़ज़ल *अर्चना पांडा 12/10/202412/10/2024 ग़ज़ल सुख दुख का आपस में ताना-बाना लगता हैप्यार की सौदेबाजी में जुर्माना लगता है कहीं अगर दिल लग जाये फिर Read More