नवगीत
मूर्ख न सुनना चाहे उत्तर ।चुप रहना ही है श्रेयस्कर। जबकि अपनो से खट पट हो ,या कि रिश्तों पर
Read Moreहिंदी से हमहम से हिंदीहम नहीं किसी भाषा से कम। माता जिसकीसंस्कृत पावनतन देवनागरी का प्यारा।जननी ने दीघोटी निज पयबहती
Read Moreजो आ जाऊँ तो मूक उधर जाने को कह दूँ तो बेखबर, कैसे समझूँ जज्बात प्रिय किस विध
Read Moreमानवता का पाठ पढ़ाकर जीवन क्या है दिखलाया क,ख,ग,घ और ककहरा तूने मुझको सिखलाया आज बना बलबूते तेरे अध्यापक सरकारी
Read Moreहिंदी जनमानस की भाषा । हिंदी है मीरा दीवानी ।हिंदी है कबीर की बानी ।हिंदी गोमाता सी पावन,हिंदी है सुरसरि
Read Moreजन्म के साथ, जो करतब दिखातेमाता पिता की, बेड़ियां खुलवातेपहरेदारों को, गहरी नींद सुलाकरनंद के घर , आनंद बरसातेआज उन्हीं
Read Moreदीपक की बाती-सा शिक्षक,ईश्वर की पाती-सा शिक्षक,द्रोण,दधीच,फुले, कृष्णन कीहै भारत में थाती शिक्षक। खुद जलकर देवे उजियारा,तुमने हिय के तम
Read Moreपहाड़ काट हरियाली खा गए, महल बनाए हमने। बालकनी बगिया लहराई, चमन मिटाए हमने।। गांव मिटे और नगर बन गए
Read Moreचाॅंदनी फैली हुई है, श्यामला रजनी प्रसार। कर रही है तारिका ज्यों,रात में नौका विहार। टिमटिमाते जुगनुओ की,रंग भू वह
Read More