पावस गीत
आशाओंं का दीप जला लो, तुम भी अपने मन में। हम तुम झूला झूलेंगे अब की फिर से सावन में।।
Read Moreजन जन ने संकल्प लिया, निखिल विश्व में यह संदेश। मेरी माटी मेरा देश।। यह माटी पुण्य पुनीता है। यह
Read Moreपीहर आई नारि नवेली सावन आया द्वार।अमराई में धूम मचातीं उर में खिलते फूल।झूला डाला तरु रसाल पर रहीं गोरियाँ
Read Moreलेते हैं सौगंध आज हम, माता तेरे वीरों की,देकर प्राण हुए बलिदानी, वो खानें थी हीरों की। उनके पदचिन्हों पर
Read Moreक हो जाओ अब सब वतन के लिए। दुश्मनी को मिटाने का वादा करो। चाहे सर भी कटे चाहे ज़र
Read Moreकभी बेमतलब भी बतियाया करोबिना काम के आया जाया करोहाल चाल, पूछते रहिये जनाबबाद में, अफसोस न जताया करोकभी बेवजह
Read Moreनारी का घटता आँचल तो,है दुख भरी कहानी। नारी का अब देख रवैया,है आँखों में पानी।। शील,सत्व को धारण करके,नारी
Read Moreजब आँसू ही सूख गये अपनी पलकों में,तब पीड़ा का मोल भला क्या हो पायेगा?जब कलियों को लूट लिया बागी
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