हे शिव शम्भू अंतरयामी
हे सदा शिव, हे अंतरयामी हे महाकाल, हे त्रिपुरारी हे शशि कपाल धारक हे प्रभु कष्ट निवारक हे नागेश्वर, हे
Read Moreहे सदा शिव, हे अंतरयामी हे महाकाल, हे त्रिपुरारी हे शशि कपाल धारक हे प्रभु कष्ट निवारक हे नागेश्वर, हे
Read Moreकरूँ वंदना मैं, मातु तुम्हारी…. शरण पड़ी हूँ रख लाज हमारी… करूँ वंदना मैं…………………. न है ज्ञान माता,झोली खाली हमारी
Read Moreमातु शारदे,नमन् कर रहा,तेरा नित अभिनंदन है ! ज्ञान की देवी,हंसवाहिनी,तू माथे का चंदन है !! अक्षर जन्मा है तुझसे
Read Moreहे! जगतगुरू जब –जब तुम्हें पुकारूं तब–तब तुम बहरे क्यों?हो जाते हो। क्या हवा लगी हैं इस दुनिया की जो
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Read Moreहे हंस वाहिनी मुझे वरदान दो वरदान दो | अपनी कृपा की कोर दो उत्थान दो वरदान दो | वागीश
Read Moreॐ जय ऋषिवर परशुराम,जय ऋषिवर परशुराम। विप्र जाति के रक्षक,सबके लीला धाम।।ॐ जय…. जमदाग्नि नन्दन हो,जग के पालनहार। रेणुका से
Read Moreजगत जननी आदिशक्ति तुम अम्बे मैया भवानी जय जयकार सदा रहे घर मेंं बसेरा तुम्हारा रखना सदा सलामत घर परिवार
Read Moreसुन लो पुकार मेरी, कहती है राधा बेचारी। अब न बनूंगी मैं राधा, बनके राधा मैं हारी।। सुनो हे गिरधारी
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