आँचल की छाँव
मां के आँचल की छाँव बडे़ नसीब से मिलती है ।जिंदगी के तुम्हारे हर दुःख-दर्द -हार को सुन ,जब वो
Read Moreमां के आँचल की छाँव बडे़ नसीब से मिलती है ।जिंदगी के तुम्हारे हर दुःख-दर्द -हार को सुन ,जब वो
Read Moreजो गिने गए, वे कुछ थे,जो न गिने गए, वे सब थे।गिनती से बाहर जो छूट गए,उनका दर्द, उनकी भूख
Read Moreअंधेरे में होथोड़े उजाले में निकलोतो सच्चाई जान पाओगेपकड़ों निज बैशाखीचलो धीरे-धीरेमुझे पता है, तुम अपाहिज होकुएँ के मेढ़क सा
Read Moreभगवान ने तन दिया ,भगवान ने मन दियासाथ में दे दिया एक पेट,पेट देकर किया मज़बूर ,इंसान बन गया मज़दूर,जो
Read Moreसुलझाई कुछ कड़ियां कर चिंतन,जीविकोपार्जन की थी जो उलझन,संस्थान संग किया यूं एक अनुबंधन,नौकरी का बना फिर ऐसा गठबंधन ।
Read Moreकरते नहीं, प्रेम का दावा, प्रेम प्रदर्शन नहीं होता है। प्रेमी वह जो करता अर्पण, प्रेम पात्र के हित जीता
Read Moreशाम सवेरे आती थी वह चिड़िया किधर गई। गीत खुशी के गाती थी वह चिड़िया किधर गई। गहरा अपनत्त्व बना
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