लघुकथा
एक छोटी सी घटना जो दिल को झिंझोड़ कर रख दे और बहुत समय तक याद रहे ,उस पर लिखी
Read Moreदुनिया सारी झूठ है ,झूठ सारा जहान,झूठ को सत्य मान ले,इसमें तेरी शान। —सच का इक दीपक जला,झूठ हुआ बेहाल,पर
Read Moreसजा दो पथ को पुष्पों से कन्हैया आने वाले हैं कन्हैया आने वाले हैं, कन्हैया आने वाले हैं, लगा है
Read Moreप्रश्न है, जब कार्यालय खुली ही रहे, तो क्यों रखे जाते हैं, राष्ट्रीय पर्व में अवकाश ! “स्वतंत्रता दिवस में
Read Moreहिंदी साहित्यकार “गोपाल सिंह नेपाली” के जन्मदिवस पर सादर नमन ! हिंदी और नेपाली भाषा के साहित्यकार गोपाल बहादुर सिंह,
Read Moreपटना शहीद स्मारक, जिनकी नींव 15 अगस्त 1947 को पड़ी थी। अगस्त क्रांति के दौरान पटना सचिवालय में ‘तिरंगा’ फहराने
Read Moreसामंती-शब्द ‘बाबू’कहा जाने पर प्रतिबंध लगे ! आजादी मिले 7 दशक हो गए ! भारतीय लोकतंत्र में सामंती व्यवस्था अब
Read Moreश्रीकृष्ण के ऐतिहासिक स्रोत हैं । पांडवों की माता कुंती और वसुदेव – दोनों सगे भाई-बहन थे, जरासंध के जामाता
Read Moreज़मीं मेरी थी, मेरा आसमान थी यारों। रब का एहसान थी मेरा गुमान थी यारों।। सांझ की आरती सी खुशनुमां
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