मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन, आदर्शों एवं पावन स्मृति को सादर नमन
ओ३म् मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम वैदिक धर्म एवं संस्कृति के आदर्श हैं। उनका जीवन एवं कार्य वैदिक धर्म की मर्यादाओं
Read Moreओ३म् मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम वैदिक धर्म एवं संस्कृति के आदर्श हैं। उनका जीवन एवं कार्य वैदिक धर्म की मर्यादाओं
Read Moreराम रमा कण-कण में है.सुमिरो वो सुमिरन में है. तुलसी जैसी भक्ति करो,मिलता वो चन्दन में है. शबरी जैसी चाहत
Read Moreइतनी होती है सखे , तेज कलम में धार । पहुँचा सकती कल्पना , सात समंदर पार ।। रिश्तों में
Read Moreचलो अयोध्या धाम, विराजेंगे अपने श्रीराम। कभी राम झुठलाये जाते। नकली चरित बताये जाते। आतंकी बाबर के सम्मुख- मनगढ़ंत
Read Moreबरसों की अधूरी उर अभिलाषा अब पूरी है होने वाली फिर से आएंगे राम अवध में चहुं दिश होगी अब
Read More1. सुविधाकामी ‘भाग्य’ कुछ नहीं होती ! हारे को हरिनाम….. पर वफादार कौन हैं, वक्त और सुविधा के अनुसार बदलते
Read More1. चाटुकार जनता घर पर पसीने से लथपथ, डरे राजा-चाटुकार, सूनी राजपथ ! बगूले और आदमी की खोज एक है,
Read More