भीड़ का मनोविज्ञान और आधुनिक समाज
भगदड़ सिर्फ भीड़ की अव्यवस्था नहीं, बल्कि आधुनिक मानव की मानसिक असंतुलन और अधीरता का दर्पण भी है। यह केवल
Read Moreभगदड़ सिर्फ भीड़ की अव्यवस्था नहीं, बल्कि आधुनिक मानव की मानसिक असंतुलन और अधीरता का दर्पण भी है। यह केवल
Read Moreसाधु की संगति है सुखदायी,करती शुभ और संकट हरती,साधु का ज्ञान देखो, वेष मत देखो,साधु की संगति शुभ भाव भरती।
Read Moreप्रेम व्याप्त है जग में यहां-वहां-सर्वत्र,प्रेम ही बनाता-बनवाता है इष्ट-मित्र,प्रेम-सा नहीं है अनमोल भाव इस जहां में,प्रेम ही है सबसे
Read Moreहो समर्पण, भावों का भावों से मेल हो,प्रेम का अभिसिंचन न कोई खेल हो,पावन प्रेम हो गंगा के पावन घाट-सा,प्रेम
Read Moreप्रिय लिज़,सदा खुश रहो,आज तुम “ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम” की कैप्टिन हो, लेकिन आज तुम्हें एक विशेष बात बता रहा
Read More