” ————————- पर्दे की होशियारी ” !!
छिपा रही है चाँद सलोना , दुनिया की नज़रों से ! चेहरे पर मुस्कान जगाती , पर्दे की होशियारी
Read Moreछिपा रही है चाँद सलोना , दुनिया की नज़रों से ! चेहरे पर मुस्कान जगाती , पर्दे की होशियारी
Read Moreकहो तो प्यार का नज्म लिख दूँ कहो तो नफरत का वक्त लिख दूँ मुझसे मिलने वाले है हजारो लेकिन
Read Moreआज भी तुमसे मिलने की आस है बात वही पुरानी समझ लो खास है न जाने कब सुबह से शाम
Read Moreदिल में यूँ तूफ़ान उठाना ठीक नही है मुस्काना फिर आँख चुराना ठीक नही है बढ़ने लगती है तुमसे मिलने
Read Moreतहे दिल से उसूलों की हिफ़ाजत ख़ूब की होगी तुम्हारा दर्द कहता है मुहब्बत ख़ूब की होगी मिली है मुफ़लिसी
Read Moreदर्द ग़म आँसू निराशा और तनहाई मिली कोशिशो के बाद भी हर बार रुसवाई मिली यूँ लगाया था गले भी
Read Moreयक़ीनन आपकी शुभकामनाओं का असर है ये मिली है मंजिलें केवल दुआओं का असर है ये अचानक ख़ुशबुओं से हो
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