कविता

विश्वास


जब देखती हूँ
आज शिखर पर पहुँच कर
अपना गुजरा हुआ जमाना
तो मन आज भी
खोल कर रख देता है
एक एक रिस्ता हुआ घाव
जिस की टीस अब भी ताजे दर्द का
अनुभव करा जाती है
लेकिन आज
वर्षों बाद हमारी कॉम की
मेहनत रंग लाई है
आज वो दूसरे की तारीफ की
मोहताज नहीं उसे अपने आप को
सराहना आ चुका है
आज नारी सपने भी खुद देखती है
और रंगों का चयन भी
अपने मुताबिक करती है
अब उसे विश्वास है अपने पर कि
उसकी रणनीति ध्वस्त नहीं होगी
कर्मठता ने अपने जूते
उम्मीदों ने अपना ताज जो
पहना दिया है
उसके सशक्त मस्तक पर
जो बिकाऊ नहीं है ………
क्योंकि
उसने समझ ली है, अपने विश्वास से
भरे मस्तक की कीमत
और कर लिया है
विश्वास खुद पर सदा के लिए ॥

कल्पना मिश्रा बाजपेई

कल्पना मनोरमा

जन्म तिथि 4/6/1972 जन्म स्थान – औरैया, इटावा माता का नाम- स्व- श्रीमती मनोरमा मिश्रा पिता का नाम- श्री प्रकाश नारायण मिश्रा शिक्षा - एम.ए (हिन्दी) बी.एड कर्म क्षेत्र - अध्यापिका प्रकाशित कृतियाँ – सारंस समय का साझा संकलन,जीवंत हस्ताक्षर साझा संकलन, कानपुर हिंदुस्तान,निर्झर टाइम्स अखबार में,इंडियन हेल्प लाइन पत्रिका में लेख,अभिलेख, सुबोध सृजन अंतरजाल पत्रिका में। हमारी रचनाएँ पढ़ सकते हो । लेखन - स्वतंत्र लेखन संप्रति - इंटर कॉलेज में अध्यापन कार्य । सम्मान - मुक्तक मंच द्वारा (सम्मान गौरव दो बार )भाषा सहोदरी द्वारा (सहोदरी साहित्य ज्ञान सम्मान) साहित्य सृजन - अनेक कवितायें तुकांत एवं अतुकांत,गजल गीत ,नवगीत ,लेख और आलेख,कहानी ,लघु कथा इत्यादि ।

6 thoughts on “विश्वास

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत ख़ूब !

    • कल्पना मिश्रा बाजपेई

      आभार विजय कुमार सिंघल जी

  • गुंजन अग्रवाल

    BEHTREEN

    • कल्पना मिश्रा बाजपेई

      शुक्रिया गुंजन जी

  • निवेदिता चतुर्वेदी

    bahut sundar

    • कल्पना मिश्रा बाजपेई

      आभार निवेदिता चतुर्वेदी जी

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