बाल कविता

कुछ काम करें

आओ मिलकर कुछ काम करें
छुट्टी के दिन साथ रहे
शरीर में आयें आलस्य को
काम कर इसे दुर भगायें
दादा- दादी की फुलवारी को
सबसे पहले ठिक करें
आओ मिलकर कुछ काम करें
अपनें से छोटे को
खेल खेल में पाठ पढायें
जो भी हम पढ चुके है
उन्हे सारी बात समझायें
आओ मिलकर कुछ काम करें
मॉ – पापा को आराम कहॉ
उनके कामों में हाथ बटाकर
आज देंगें आराम उन्हे हम
साथ-साथ बैठकर हमसब
छुट्टी का भरपुर आनन्द उठायें
आओ मिलकर…..
निवेदिता चतुर्वेदी

निवेदिता चतुर्वेदी

बी.एसी. शौक ---- लेखन पता --चेनारी ,सासाराम ,रोहतास ,बिहार , ८२११०४