कविता

नववर्ष मंगलमय हो

समस्त जय विजय पत्रिका के सदस्यों को
नववर्ष मंगलमय हो

नूतन आस हो,दृढ विश्वास हो,खुशियों से हो सामना।
नववर्ष मंगलमय हो आपका बस यही है कामना।

नवप्रभात,नवचेतना से नवजीवन मधुर गुंजार दे।
पुष्प पग-पग में बिछे ये संसार सारा प्यार दे।

सुख ,समृधि , तेज़ प्रखर को कर जोड़ कर थामना।
नववर्ष मंगलमय हो आपका बस यही है कामना।

नवीन जिज्ञासाओं को सरल,सहज,साकार कर।
मार्ग दुर्लभ है मगर तू बाधाओं को पार कर।

विश्वास हृदय में भरो,करो कठिनाइयों का सामना।
नववर्ष मंगलमय हो आपका बस यही है कामना।

सुख-शान्ति,सयंम,स्नेह,सभी से सहानुभूति हो।
विविध,”विशेष”वैभव मिले और विजय की अनुभूति हो।

कार्य के असफल होने की न रहे कोई सम्भावना।
नववर्ष मंगलमय हो आपका बस यही है कामना।

वैभव दुबे

वैभव दुबे "विशेष"

मैं वैभव दुबे 'विशेष' कवितायेँ व कहानी लिखता हूँ मैं बी.एच.ई.एल. झाँसी में कार्यरत हूँ मैं झाँसी, बबीना में अनेक संगोष्ठी व सम्मेलन में अपना काव्य पाठ करता रहता हूँ।