कविता

कविता : सफ़र जिंदगी का

सफ़र जिंदगी का…
काटे कटे न तुम बिन !
यादों में तेरी, हम पहरों मुस्कुराते हैं ! !

अजब सी हलचल…
यूँ रहती है मेरे दिल में !
झूठे कहकहों से, हाले-दिल छुपाते हैं !!

करीब आ जाओ…
खुद को समा लें तुममें !
दिलों के फासले, गलतफहमियां बढ़ाते हैं !!

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed