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रचा गया नया इतिहास

एशियाड 2018 में नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास, भाला फेंक में जीता पहला गोल्ड मेडल. वाह, क्या बात है? एशियन गेम्स 2018 के 9वें दिन सोमवार को भारत के स्टार ऐथलीट नीरज चोपड़ा ने इतिहास रचते हुए जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में गोल्ड मेडल जीत लिया. 20 साल के इस युवा ऐथलीट ने पहली बार भारत को इस स्पर्धा में एशियन गेम्स का गोल्ड मेडल दिलाया है. नीरज ने भारत को इंडोनेशिया में चल रहे एशियाड का 8वां गोल्ड मेडल दिलाया है. नया इतिहास रचने वाले इस खिलाड़ी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोल्ड जीतने पर बधाई देते हुए ट्विटर पर लिखा- ”जब नीरज फील्ड पर होते हैं, तो उनसे बेस्ट की उम्मीद होती है. इस युवा ऐथलीट ने जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीतकर देश को और खुश किया है. उन्हें नया नैशनल रेकॉर्ड बनाने के लिए भी बधाई.”
इस इतिहास की पृष्ठभूमि भी बहुत प्रेरक है. हरियाणा के नीरज ने कॉमनवेल्थ गेम्स में भी भारत के लिए गोल्ड मेडलिस्ट थे. अप्रैल में 86.47 मीटर के साथ गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में सोने का तमगा जीता था. इससे पहले वे 2016 में पोलैंड में अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में 86.48 मीटर की थ्रो के साथ चैंपियन बने थे. इसके अलावा एशियन चैंपियनशिप भी जीत चुके हैं. नीरज जी, हमारी ओर से बहुत-बहुत बधाइयां स्वीकार कीजिए.
इसी दिन भारत के लिए साइना नेहवाल ने भी नया इतिहास रचा. वे मेडल जीतने वाली पहली महिला शटलर बन गईं. साइना नेहवाल ने एशियन गेम्स के महिला बैडमिंटन के सिगल्स का ब्रॉन्ज मेडल जीता है. साइना जी, हमारी ओर से बहुत-बहुत बधाइयां स्वीकार कीजिए.

एशियाड में तो अभी बहुत-से और इतिहास रचे जाने की उम्मीद है, आइए एक और नए इतिहास की झलक देखें. यह इतिहास एविएशन इंडस्ट्री क्षेत्र में रचा गया.
भारत में पहली बार बायोफ्यूल से उड़ा विमान, यह कारनामा करने वाला पहला विकासशील देश. पहली बार बायोफ्यूल से विमान उड़ाकर भारत ने एविएशन इंडस्ट्री में नया मुकाम हासिल कर लिया है. स्पाइजेट ने बॉम्बार्डियर क्यू400 से देहरादून-दिल्ली के बीच इस उड़ान का सफल परीक्षण किया. इसके साथ ही भारत उन खास देशों की श्रेणी में शामिल हो गया, जिन्होंने बायोफ्यूल से किसी प्लेन को उड़ाया है. कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे विकसित देश ऐसा कर चुके हैं, लेकिन विकासशील देशों में यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत पहला देश बन गया है. एविएशन इंडस्ट्री और स्पाइजेट को भी हमारी ओर से बहुत-बहुत बधाइयां.
इस समय भारत एशियाड में 8 गोल्ड, 13 सिल्वर तथा 20 ब्रॉन्ज सहित कुल 41 मेडल जीतकर 9वें स्थान पर है. आप भी एशियाड तथा अन्य क्षेत्रों में रचे गए नए इतिहास के बारे में कामेंट्स में हमें बताइए. आप अपनी निजी उपलब्धियों के बारे में भी हमें बता सकते हैं.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “रचा गया नया इतिहास

  • लीला तिवानी

    साहस और लगन से रोज नए-नए इतिहास रचे जाते हैं. यही नए इतिहास एक दिन गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज होकर रिकॉर्ड की नई दुनिया का सृजन करते हैं.

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