लघु-ग्रन्थ भ्रान्ति-निवारण में विद्यमान उपयोगी कुछ ऋषि-वचन
ओ३म् ऋषि दयानन्द ने एक लघु-ग्रन्थ ‘भ्रान्ति–निवारण’ लिखा है। यह लघु-ग्रन्थ ऋषि दयानन्द ने पंडित महेशचन्द्र न्यायरत्न, कलकत्ता की पुस्तक
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Read Moreचैतन्यानंद सरस्वती प.पू. श्री नाना महाराज तराणेकर की जन्मतिथि पर विशेष चैतन्यानंद सरस्वती प.पू. श्री नाना महाराज तराणेकर जीवन में
Read Moreडालो इधर से कि अपना बुढ़ापा, उधर से जवानी छलक आयेगी। मेरे देश के है युवा की जुबानी, आलू से
Read Moreमेरे मन में झाँका ही कब तुमने मुझको समझा ही कब कहते हो मैं गैर नही हूँ तुमने अपना माना
Read Moreभारतीय संस्कृति में पर्व,उत्सव ओर त्यौहार। अपने आप मे एक नया संदेश लेकर आते है।श्रावण का महिना मुख्यतः महिलाओं के
Read Moreयह कौन मेरी राह से काँटे हटा गया कदमों के तले कौन भला दिल बिछा गया। ये किसकी सदा है
Read Moreआजादी का पर्व है, .. झूम रहा है देश ! इसका होना चाहिए, सबको गर्व रमेश ! ! आजादी है
Read Moreआगामी लोकसभा चुनावों में प्रदेश के सभी विरोधी दल एकसाथ मिलकर महागठबंधन के सहारे भाजपा को रोकने की योजना बना
Read Moreशिल्प विधान- कुल मात्रा =30 (10,8,12) 10 और 8 पर अतिरिक्त तुकान्त “छंद चवपैया ” (मात्रिक ) जय जय शिवशंकर,
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