लघुकथा

विमान की खेती

भले ही किसी फैक्टरी में आलू नहीं पैदा होते हों, लेकिन पेशे से अदरक की खेती करनेवाले चीन के झू यूई किसान ने खेत में विमान उगाकर दिखा दिया है. झू अपनी मिडिल स्कूल की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए, तो क्या! खेती का काम करने के बाद वेल्डिंग का काम सीखा. यहीं तक रुकना झू यूई का काम नहीं. एक रोज उन्हें लगा कि शायद इस जिंदगी में वह प्लेन नहीं उड़ा सकते, इसलिए उन्होंने प्लेन बनाने की ही ठानी.

पिछले साल उन्होंने अपने सपने को पूरा करने का विचार बनाया. इसके लिए उन्होंने अपनी सारी जमा-पूंजी लगा दी. इस प्लेन को बनाने में उन्हें लगभग एक साल का वक्त लगा.
घर में बनाए इस एयरबस का प्रयोग वह उड़ाने के लिए नहीं करेंगे. यह विमान एयरबस ए320 की कॉपी है, हालांकि यह विमान हवा में उड़ान नहीं भर सकता. इस एयरबस का प्रयोग भोजन करने के लिए किया जाएगा. उनकी इच्छा है कि इसमें आनेवाले सभी लोगों को शाही अंदाज का अहसास हो. प्लेन में यात्रियों के स्वागत के लिए रेड कॉर्पेट बिछाया जाएगा. हर शख्स को यहां आने पर किसी स्टेट के राजा जैसी फीलिंग का अहसास होगा.

 

उनका सपना प्लेन उड़ाने का था और इसे पूरा करने के लिए उन्होंने अपना ही एक प्लेन भी उगा लिया, वह भी खेत में.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “विमान की खेती

  • लीला तिवानी

    पेशे से किसान चीन के झू युए का एक सपना था कि वह विमान उड़ा सकें। अफसोस… उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका। लेकिन युए ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए जो किया है, उसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। जी हां, इस किसान ने खुद एक विमान बना डाला। यह विमान एयरबस ए320 की कॉपी है। हालांकि, यह विमान हवा में उड़ान नहीं भर सकता।

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