सत्य !
सपने देखो -सपने देखो ,और शुद्ध विचार हो | अटल -रहो अटल रहो ,पर कभी न अहंकार हो || निगाह
Read Moreआवो कुछ भूली बिसरी बात करे । क्या खोया क्या पाया, वो बात करे।। बचपन का जीवन-रोते-हंसते बीता । राहो
Read Moreबचपन से बस एक यही तो पाता रहा हूं मैं। अपनों से हमेशा ही धोखा खाता रहा हूं मैं। मुझे
Read Moreमाँ तू कैसे जा सकती है तेरी यादें ज़िंदा हैं मेरी आँख खोलने वाली तेरी आँखें ज़िंदा हैं उठो लाल
Read Moreमुझे नहीं पता पाकिस्तान में आसिया बीबी ने अपने जीवन के लगभग 8 वर्ष जेल में कैसे बिताए होंगे, वो
Read Moreमौसम का क्या बदलना इधर लोग बदल जाते हैं बना कर तमाशा गली में लोग यूं ही निकल जाते
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