लघुकथा

माया की छाया

रात के बारह बज चुके थे ,नींद का नामोनिशान नहीं था । ओह; कहने को तो भरा पूरा परिवार है मेरा परंतु किसी को मेरा जन्मदिन याद नहीं । किसी ने मुझे विश नहीं किया।
वह बहुत परेशान थी हाथ बार बार मोबाइल की ओर बढ़ जाते थे। कान हैप्पी बर्थडे सुनने को तरस रहे थे। उसने बेचैनी दूर करने के लिये अपना फेसबुक आई डी बनाया अपनी उदासी को दूर करने के लिए पोस्ट डालने लगी।
अरे वाह ! वसु दी ने तुरंत रिस्पॉन्स किया है ! फटाफट चैट करने लगी ।
“थैंक्यू सो मच दी आपने मुझे बर्थडे विश किया ….लव यू दी ..।”
“लव यू टूउउउ…मिनी …ओके गुड नाईट ।”
वसुधा सोच में पड़ गई।
मिनी मेरी सबसे प्यारी दोस्त की छोटी बहन है। पैसों की कमी तो उस परिवार में कभी नहीं रही । हर कोई व्यस्त रहता था। जो वक्त घर परिवार और बच्चों को मिलना चाहिये था ,वह सोसायटी एवं क्लबों में बितता था । अचानक मिनी को फेसबुक पर देखकर थोडी हैरान हुई । मैसेंजर पर बात करना चाही । शायद अभी मिनी मैसेंजर अपलोड नहीं की थी ।
वसुधा आधी रात में प्यास लगने की वज़ह से जग गई थी । परंतु अब वाकई उसकी भी नींद उड़ चुकी थी । माता पिता की लापरवाही से शायद मिनी टूट रही थी । सोच लगातार मिनी के आसपास ही मँडराने लगा ।
फेसबुक की दुनिया भी बड़ी अजीब है , अजनबियों से भी दर्द और खुशी बांटने का एक नशा हो जाता है । यह नशा हमें; बरबाद कर सकता है। इण्टरनेट एक ऐसा सागर है, जिसमें हर कुछ मिल जाता है बस ओके गुगल कहते ही । बच्चे गुमराह हो जाते हैं। अपनी उम्र एवं सपनों को पहचानने की कला भी आनी चाहिये।
कमसिन उम्र में भटकाने वाले; दोस्त ज्यादा बन जाते हैं । क्यों भूल जाते हैं बच्चे अगर आत्मनिर्भर हो जायेंगे,तो सलाम करने वाले सैकड़ों बन जायेंगे।
सारी उम्र पड़ी है,शौक के लिए।पहले शिक्षा और संस्कार; का निर्माण जरुरी है। गम और खुशी सिक्के के दो पहलू हैं।जैसे अपने; मन की सोच होगी,,वैसी ही परिस्थिति; अपने आप बनेगी।
वसुधा कल सबसे पहले मिनी से मिलने का फैसला कर सोने की कोशिश करने लगी । बच्चे नादान हैं ऊँच नीच की समझ उन्हें होनी ही चाहिये । माया की छाया भी बच्चों का भविष्य बर्बाद कर सकती है।
–आरती  राय 

*आरती राय

शैक्षणिक योग्यता--गृहणी जन्मतिथि - 11दिसंबर लेखन की विधाएँ - लघुकथा, कहानियाँ ,कवितायें प्रकाशित पुस्तकें - लघुत्तम महत्तम...लघुकथा संकलन . प्रकाशित दर्पण कथा संग्रह पुरस्कार/सम्मान - आकाशवाणी दरभंगा से कहानी का प्रसारण डाक का सम्पूर्ण पता - आरती राय कृष्णा पूरी .बरहेता रोड . लहेरियासराय जेल के पास जिला ...दरभंगा बिहार . Mo-9430350863 . ईमेल - arti.roy1112@gmail.com