कविता

कोरोना का डर

कोरोना

कोरोना ने आज करा दिया सबको ये एहसास।
धन दौलत सब मिथ्या,ना रहेगा कुछ भी पास।।

जीवन मे सब कर लो , अब प्रभु से ये अरदास।
सबको रखना सुरक्षित,सबको अपनो के पास।।

सबकुछ अब तुम त्याग दो,करो घर मे निवास।
कोरोना अगर हो गया , कोई ना आयेगा पास।।

आपस की दूरी बढ़ी , जब बढ़ी दौलत की प्यास।
मौत के एक एहसास ने किया सबको पास-पास।।

नीरज त्यागी

पिता का नाम - श्री आनंद कुमार त्यागी माता का नाम - स्व.श्रीमती राज बाला त्यागी ई मेल आईडी- neerajtya@yahoo.in एवं neerajtyagi262@gmail.com ग़ाज़ियाबाद (उ. प्र)