कविता

जनमानस का आभार

गूंजी घर-घर जन-जन में,मोदी दिव्य पुरुष की वाणी।
जीवन मूल्यों के उच्च आदर्शो का संकल्प मन में ठानी।।
कोरोना से डरो ना यह मूल मंत्र अभियान है,सबने जानी।
धन्य धन्य हो, कर्मयोगी को आभार है सबके जुबानी।।
शक्ति पुरुष है वो जो शक्ति का करे साकार ।
पुण्य कार्य व मानव हित में हर क्षण रहें तैयार ।।
रूप कई है योद्धाओं के और ईश्वर शक्ति आपार ।
हे देवदूत रूप में भारत के प्रधान को जनमानस का आभार ।।
नित दे रहे दिशा निर्देश,नूतन सर्वेक्षण और ज्ञान।
मोदी है तो मुमकिन है,कितना करें बखान।।
राज्य मुखिया का है जन-जन से यही अभिलाषा।
छत्तीसगढ़ राज्य बने भारत की परिभाषा।।
घर मे रहें सुरक्षित रहें, सबसे यही आशा।
महामारी को नष्ट करने का सबमें हो जिज्ञासा।।
निःशब्द हूँ क्या कहूं, हृदय से आभार।
शासन की सजगता है, जीत का आधार।।
घर मे रहें सुरक्षित, हा यही बात है सार,।
सेवा समर्पण अनुशासन से ही हुआ महामारी पर वार
द्वार-द्वार पर लक्ष्मण रेखा, नैया की है पतवार।
निद्रा तोड़ो जाग उठो, अब नित नियम को करें स्वीकार।।
सामाजिक दूरी, हाथ सफाई, मास्क, नमस्ते से करें व्यवहार।
धरती के प्रत्यक्ष देवदूतों को बारम्बार आभार।।

— जीवन लाल पटेल

जीवन लाल पटेल

LIG-106 दीनदयाल कॉलोनी, जांजगीर चाम्पा छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा श्रम के क्षेत्र में राज्य अलंकरण से सम्मानित