बाल कविता

हम भारत के बच्चे है

हम भारत के बच्चे है,
हम देश भक्त बन जाएंगे।
वीर अभिमन्यु बनकर हम,
चक्रव्यूह तोड़  दिखयेंगे ।
वीर व्रती , हम धीर बनेंगे,
गांधी, नेहरू , पटेल बनेंगे।
मानव मन के अंधकार को,
हरने को प्रखर प्रकाश बनेंगे।
हिन्दू , मुस्लिम , सिख , ईसाई,
देश एकता की पहचान बनेंगे।
पूरब, पश्चिम, उत्तर , दक्षिण ,
हम हिंदुस्तानी साथ  चलेंगे ।
जय हिंद का नारा प्राण हमारा,
मिलकर जय जयकार करेंगे ।
हम सब है भारत माँ के बच्चे,
हम भारत माँ को प्यार करेंगे।
— आसिया फ़ारूक़ी

*आसिया फ़ारूक़ी

राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका, प्रधानाध्यापिका, पी एस अस्ती, फतेहपुर उ.प्र