बोधकथा

असली शिक्षक

….तो आप उसे शिक्षक किस मुँह से कह रहे हैं ? असली शिक्षक आप हैं आप ही बेहतर तरीके से अपने बच्चे का भविष्य गढ़ सकते हैं ! जैसा कि आपने अपना भविष्य गढ़ा है ! रही बात, शिक्षकों के ‘नेता’ बनने की ! तो क्या सिर्फ MP, MLA, MLC ही नेता है ? सही में नेताजी तो ‘सुभाषचन्द्र बोस’ थे, जो कि ICS थे ! इसलिए नेता होने के लिए ICS व IAS जैसे ज्ञान ही आवश्यक है, जो शिक्षकों में होते हैं और शिक्षक ही राष्ट्रनिर्माता होते हैं, अन्य नहीं ! शिक्षक सम्मान के भूखे हैं, उसके प्रति थोड़ी-सी भी नकारात्मक बातें करने से वे चाणक्य बन जाएंगे, जिन्होंने शासन (नंद वंश) का समूल अंत कर दिया !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.