गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

ख़ाली कभी भरा हुआ आधा दिखाई दे
चाहे जो जैसा देखना वैसा दिखाई दे
जैसे सराब दूर से दर्या दिखाई दे
हर चेहरे में मुझे तेरा चेहरा दिखाई दे
मुट्ठी में सब समेटने की आरज़ू लिए
पैसे के पीछे दौड़ती दुनिया दिखाई दे
औलाद चाहे जैसी हो माँ बाप को सदा
अच्छा सभी से अपना ही बच्चा दिखाई दे
लड़ने लगे हैं लोग धरम ही के नाम पर
इंसानियत की क़ौम पे ख़तरा दिखाई दे
— अजय अज्ञात

अजय अज्ञात

नाम : अजय शर्मा (अजय अज्ञात) माता का नाम : श्रीमती शकुंतला शर्मा पिता का नाम : ओम प्रकाश शर्मा जन्म तिथि : 24 मार्च 1961 जन्म स्थान : मुनीरका गाँव, नयी दिल्ली वर्तमान पता : म नं 37, सैक्टर 31, फरीदाबाद 121003 शिक्षा : मैकनिकल इंजीनियरिंग, वाई एम सी ए फरीदाबाद संप्रति : एन टी पी सी में प्रबन्धक रुचि : कविता लेखन, संगीत, पर्यटन प्रकाशन : कुछ पुस्तकें कविता,गीत,ग़ज़ल, भजन विधाओं में तुम्हारे लिए, पतझड़ के फूल,वतन के नाम,तन मन वतन के नाम, भजनामृत, जुस्तजू, जुस्तजू जारी है, हमकदम, इज़हार, तशनगी साझा संकलन : काव्य त्रिवेणी, कलियों को खिलने दो, गुफ्तगू (परिशिष्ट अंक ) हरियाणा के लोकप्रिय ग़ज़लकार, नए दौर की ग़ज़लें, दुष्यंत के बाद कई रंग - कई खुशबू , काव्यांकुर, पुष्पगंधा पुरस्कार/सम्मान : अनेक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित/प्रोत्साहित/पुरस्कृत राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान (अ भा राष्ट्रभाषा विकास संस्थान, गाज़ियाबाद) राष्ट्रीय शिखर सम्मान (भारतीय साहित्यकार संसद,समस्तीपुर) साहित्यांचाल सृजन सम्मान(साहित्यांचाल भीलवाडा,राज साहित्य अकादमी) दीपशिखा इकबाल सम्मान (दीपशिखा एवं ज्ञानोदय अकादमी हरिद्वार) मजाज़ लखनवी सम्मान (उर्दू दोस्त, फरीदाबाद) हिन्दी साहित्यकार सम्मान (जिज्ञासा मंच, हिसार) साहित्य भूषण ( काया कल्प साहित्य एवं कला फ़ाउंडेशन नोएडा) साहित्यकार सम्मान (आगमन साहित्यिक संस्था, दिल्ली ) पत्रिकाएं/लेखन : कई ख्यातिप्राप्त साहित्यिक पत्रिकाओं में कविता/ग़ज़ल प्रकाशित आकाशवाणी एवं दूरदर्शन पर भी प्रस्तुति का सौभाग्य प्राप्त मोबाइल : 09650994445, 09810561782