कविता

गरम तेल की कड़ाही में

“जब शरीर को यहीं
जला दी जाती है
और आत्मा अजर-अमर है,
तो नरक में
गरम तेल की कड़ाही में
किसे भूना जाता है ?”
राजीव कुमार श्रीवास्तव कहिन !
××××
क्या आस्तिक व्यक्ति
‘झूठा’ होते हैं ?
क्योंकि वो 100%
ईश्वरभक्ति का
दिखावा करते हैं,
जो कि
सब्ज़बाग़ के सिवाय
और कुछ नहीं है ?
××××
महिलायें
(कुछ या प्राय:)
‘चीटर्स’ पुरुष मित्रों से ही
खुश रहती हैं,
क्योंकि वे उनसे
गलतियों पर भी
हमेशा प्रशंसा
जो पाती हैं ?
××××
मैंने
इतना धोखा खाया है
कि
मैं किसी भी व्यक्ति से
‘घनिष्ठ’
नहीं हो पाता हूँ !
××××
फोन करनेवाले मित्र
क्या एसएमएस नहीं
कर सकते ?
मैं धोखे का शिकार हुआ हूँ,
क्योंकि कुछ मित्र
विश्वास में लेकर
फ़ोन टेप करते हैं !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.