कविता

भूख

भूख लाचारी है
सच कहें तो बीमारी है।
क्या कहेंगे भूख के बारे में?
कुछ भी तो नहीं
सिर्फ़ अहसास करेंगे
खुद बखुद समझ जायेंगे,
भूख क्या है
अच्छी तरह जान जायेंगे।
बस अपनी राम कहानी
किसी को सुना नहीं पायेंगे,
भूख का इतिहास भूगोल
सब कुछ सीख जायेंगे।
किसी भूखे के मन में
झाँककर देखिए
चेहरे की विवशता पढ़िए
निस्तेज आँखों की
वेदना, बेचारगी को पढ़िए,
भूख का इतिहास जान लीजिए।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921