कविता

देवदास का बगावत

कवि सुनील कुमार
कहते हैं-
लोग सदा
हँसते रहते हैं,
दूसरों के
हालातों पर;
कभी शर्म नहीं आती,
अपने किये दुर्घातों पर !
प्रणाम सुनील सर !
××××
खाद्यसामग्री और रुपये की
अचानक किल्लत होने पर
कुछ मित्रों
और समाजसेवियों को
मैसेज भेजा,
पर सहयोग नहीं मिला.
यह है
सोशल डिस्टेंसिंग !
××××
चुनाव में
धर्म-जाति के
हिसाब से
उम्मीदवार !
यानी जिनके
जाति-धर्म के
उम्मीदवार हैं,
वोट उन्हें करेंगे
और जिनके नहीं है,
वो नोटा ?
××××
‘देवदास’ ने
घर से बगावत किया!
संदर्भ-
लोकसभा चुनाव
उसे न पारो मिली,
न चंद्रमुखी !
किन्तु इतिहास में
अमर शहीद
कैरेक्टर हो गए !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.