कविता

मुख में बवासीर !

अगर किसी को हम
‘आई लव यू’ कहते हैं,
तो हम पत्नी,
मंगेतर या प्रेयसी के इतर
सोच नहीं पाते !
सोच हमारी
इतनी संकीर्ण
और
सीमित हो चुकी है !
आज के हालात में
‘जवानी’
पीकदान की तरह है,
जिनमें सब कोई
थूकयाते हैं,
फिर काहे को
जवानी ज़िंदाबाद !
यहाँ तो बीमारी जिंदाबाद
और जवानी मुर्दाबाद !
अब जो
इस बची
जिंदगी को
हँसी-मजाक लिए
जीना चाहते हैं!
वे नहीं ही आये,
जो मन में
भगंदर रोग से पीड़ित
कथित ‘समाजसेवी’ हैं
तथा जिनके मुख में
बवासीर जो हो गया है !
इसके बारे में जितना पढ़ा है,
किताबों में ही !
एक निपट
‘वर्जिनिटी’ लिए व्यक्ति
सिर्फ़ यही कह सकता है
कि जानकारी ही
इसका इलाज़ है।
चाहे जीवनसंगी हो
या जीवनसंगिनी
या हो कोई सेक्स पार्टनर
सेक्स अथवा सहवास के लिए
प्रामाणिक ‘निरोध’ जरूरी है।
वहीं अप्राकृतिक यौनाचार
खतरनाक है।
और तो और….
इतर से सम्बन्ध
व्यभिचार है,
बचिए ! बचाइये !
शादी के लिए
उम्रदराज़ होना जरूरी है,
तो यथार्थ वैज्ञानिकी में
निहित होना जरूरी है।
आइये, मिलकर इसे
सामाजिक अभियान बनाएं !
जागरूकता अभियान चलाएँ !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.