कविता

इकलौते कटहल !

2018 में
कर-नाटक का
प्रहसन
तीनों पक्ष के लिए
सत्ता पाने की चहक
तो है ही,
जो पूर्ववर्त्ती केंद्र
और राज्य के
सरकारों से
सीखी गई
रस्म भर है।
अच्छा होता,
‘राष्ट्रपति शासन’
लगा दी जाती
और छह माह बाद
इलेक्शन करा दी जाती !
चुनाव पूर्व
गठबंधन नहीं होने
और ‘त्रिशंकु’ स्थिति में
फिर से चुनाव ही
बेहतर विकल्प है !
××××
हँसना एक प्रार्थना है !
इसके लिए हमें
बुद्ध की शरण में
आने होंगे,
क्योंकि
‘बुद्धम शरणं गच्छामि:’
तब बुद्ध मुस्कराते रहेंगे !
लाफिंग बुद्धा ?
महात्मा बुद्ध की जयंती
और वैशाख पूर्णिमा स्नान के
सुअवसर पर
सभी तरह के दुश्मनों
और मित्रों को
सादर नमन !
××××
मेरे एकलौते
कटहल पेड़ में
फला है ‘इकलौता’ फल ।
22 वर्ष के बाद
गर्भवती हुई यह पेड़,
तब उसे
संतान सुख की
प्राप्ति हुई !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.