कविता

हँस मत पगले !

हँस मत पगले
कि प्यार हो जाएगा !
जिस राज्य में
शिक्षकों के
नहीं है सम्मान
उस राज्य के सीएम
और पूर्व डिप्टी सीएम
दोनों हैं शिक्षिका पति !
अगर श्रीमान वाजपेयी जी
अभी देश के
प्रधानमंत्री होते,
तो शिक्षकों को
सम्मानजनक वेतन
मिल जाते,
क्योंकि वह खुद
गरीब मास्टर का बेटा थे,
किन्तु राज में ही
पेंशन खत्म हुई !
अभी देश के प्रधानमंत्री
और बिहार के
मुख्यमंत्री जो हैं,
वो ‘गरीब मास्टर’ का
बेटा नहीं है न !
जो इनके दर्द समझेंगे !
किन्तु बिहार के
वर्त्तमान मुख्यमंत्री
शिक्षिका के पति रहे हैं,
किन्तु अफसोस
इन शिक्षकों के लिए
वे सिफ़ारिश करती,
परंतु वे आज
इस दुनिया में नहीं हैं !
ऐसे में पूर्व उप मुख्यमंत्री को
सोचने चाहिए,
क्योंकि उनकी पत्नी भी तो
शिक्षिका हैं !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.